Monday 27 February 2012






मैं उसे चाहता हूँ जो मेरा नहीं है...
उसे माँगता हूँ जो मुझे मिल नहीं सकता...
ज़िन्दगी के उन हसीन ख़्वाबों की ताबीर चाहता हूँ...
जिसे वक़्त ने कभी अपने लम्हों में लिखा ही नहीं...!! ~♥ कल्प ♥~




आओ एक नयी कहानी लिखें ~♥ kalp ♥~



आओ एक नयी कहानी लिखें
फिर से अपनी ज़िन्दगी की एक रवानी लिखें...

मुददतें गुजर गई हैं खुद से बात किये
पास मेरे बैठो , ख़ामोश लबों से कुछ बात करें
आइना देखे भी अब तो बरसों बीत गए हैं
पहलू में आओ , तेरी आखों में अपना दीदार करें

चलो फिर से एक नयी कहानी लिखें...

फिर से हम - तुम अजनबी बनें
न तुम हमें जानो, न हम तुम्हें पहचाने
तन्हा राहों पे फिर से हम , साथ साथ चलें
मोहब्बतों में गुज़रे लम्हों को, फिर से जिन्दा करें

चलो फिर से एक नयी कहानी लिखें

कुछ अधूरे - कच्चे ख्वाबों की दास्ताने लिखें
ख्वाहिशों में अपने प्यार के रंग भरें
चाँद को हथेली पे रखके तुझसे निगाहें चार करें
सितारे तोड़ कर लायें , फिर से तेरी माँग भरें

चलो फिर से एक नयी कहानी लिखें,

नीले आसमान पर , चमकते हर सितारे पर
दिल से निकले हुए जज़्बातों की ऐसी स्याही से
जो न कभी मिटे , न कभी धुंधली हो
जैसे , कभी न मिटने वाले अपने प्यार की , वही कहानी लिखें

गुज़रे हुए पलों में फिर से ज़िन्दगी जियें
चलो फिर से एक नयी कहानी लिखें ~♥ कल्प ♥~


Friday 10 February 2012

~♥ कल्प ♥~ की कल्पनाओं की उड़ान...


~♥ कल्प ♥~ की कल्पनाओं की उड़ान...
...जमीं से आसमां तक ... कभी इस जिस्म से रूह तक ...मचलती हुई ...
...वक़्त की हर दहलीज पर ... कभी उस चौखट पर ... जहाँ मेरी खुशियाँ रहती हैं...
...ज़िन्दगी के हर अनछुए पहलू पर...उन हर अनदेखे ख्वाबों पर... जो कभी मेरी पलकों पे सजा करते थे ...
... जो मुझे मिले नहीं ...उन्हीं पलों में ख़ामोश गुज़रती ज़िन्दगी ...की कल्पनाओं की उड़ान....  


kalp

kalpana