Thursday 2 January 2014

" हर हाल में ज़िन्दगी को जीते गये "


हर हाल में ज़िन्दगी को जीते गये ,
बीते सालों के पन्नें पलटते गये ,
ज़िन्दगी हमें , और हम , ज़िन्दगी को निहारते गये ,
आज ज़िन्दगी का एक और पन्ना पलट गया , एक और साल बीत गया ,
हम हर हाल में ज़िन्दगी को जीते गये !

खट्टे , मीठे पल , जैसे भी मिले जीते गये ,
ज़िन्दगी के हर पल हम हँसते - हँसते पीते गये ,
कुछ पल हलक़ से नीचे उतरे , कुछ अटके रहे ,
कुछ यादें समेटीं , कुछ पन्नें फाड़े गये ,
फिर भी हर हाल में हम ज़िन्दगी को जीते गये !

हजारों ख्वाहिशें बाकी हैं अभी , तमाम पन्नें ज़िन्दगी के सादे हैं ,
लेकिन जब भी ख़ाली पन्नों में कुछ लिखना चाहा ,
इनमे पहले से ही कुछ और लिखा मिला मुझे ,
ज़िन्दगी की हर तस्वीर में पहले से ही रंग भरे होते हैं ,
दिखते नहीं हैं , लेकिन शायद , ज़िन्दगी के सभी सादे पन्नें भरे होते हैं !!
~ ♥ कल्प वर्मा ♥ ~ 

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